28 मई 2013

सिंगापुर डायरी


 सिंगापुर एक शांत और बेहद साफ़ सुथरा देश है |यहाँ लोग खाने और घूमने फिरने के शौक़ीन हैं |मैच का क्रेज़ बिलकुल नहीं है लेकिन भारतीय जो यहाँ काफी हैं मैच देखते हैं |यहाँ के लोग हेल्थ कौन्ग्शियास और फुर्तीले हैं |खेलों में फुटबॉल,बेडमिन्टन जैसे खेल के शौक़ीन हैं |मौल या खुले रेस्तरां के निकट प्ले ग्राउंड्स भी हैं जहाँ शाम के वक़्त बच्चे व् युवक खेलते हुए दीखते हैं |देश छोटा है और यहाँ आवागमन का सबसे लोकप्रिय माध्यम मेट्रो ही है |इसके स्टेशन और मार्ग इस तरह बनाये गए हैं की आप कहीं भी किसी इलाके में रहते हों मेट्रो से आपके घर की दूरी वॉकिंग डिस्टेंस पर होगी |मेट्रो के अलावा लोग टेक्सी से चलते हैं जिसका इस्तेमाल पर्यटक ज्यादा करते हैं |कहीं से भी कॉल करो पांच सात मिनिट में टेक्सी आकर खड़ी हो जाती है |यहाँ कार बहुत कम लोग चलाते हैं क्यूँ की वो अन्य देशों की अपेक्षा काफी मंहगी पड़ती है |रोड टेक्स और अधिक भरे हुए रास्तों पर एक्स्ट्रा चार्ज भी देना होता है |ये व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि लोग कार ज्यादा ना खरीद पायें इससे दुर्घटनाओं व् प्रदूषण का खतरा भी कम हो जाता है |यहाँ घर में खाना बनाने व् खाने का प्रचलन कम है लोग बाहर खाना ही पसंद करते हैं इसकी वजह वो नौकरीपेशा लोगों को न सिर्फ काम कम होना बताते हैं बल्कि सस्ता भी होता है ये मानते हैं |जीवन अनुशासित आधुनिक और बनावटी है |यहाँ मलय लोग इंडियंस से भी अधिक हैं इसकी वजह मलेशिया का यहाँ से निकट होना ही है |छोटे बच्चों की हेल्थ का यहाँ विशेष ख्याल रखा जाता है |कल एक विचित्र घटना घटी |दोपहर में जब सडकें वाहनों से भरी हुई थीं लेकिन रिहायशी क्षेत्र हमेशा की तरह शांत थे और मैं घर में अकेली थी तभी फायरिंग की आवाज़ आई मुझे लगा कि ये मेरा वहम होगा लेकिन फिर एक के बाद एक फायरिंग होने लगी |इतनी शांत जगह पर जहाँ यदि ऊपर की मंजिल के घर से कोई आवाज़ आती है तो आप पुलिस में रिपोर्ट कर सकते हैं पांच मिनिट में पुलिस वहां आ जाती है वहां फायरिंग ?मैंने खिड़की से परिसर में झांक कर देखा |परिसर के भीतर लगे बड़े छायादार पेड़ों के नीचे युनिफोर्म पहने और कंधे पर बन्दूक लटकाए तीन चार युवक घूम रहे थे और पेड़ों की और देख रहे थे तभी एक ने फिर एक पेड़ की पत्तियों की और निशाना साधा और गोली चला दी |कुछ सेकिंड्स के बाद एक कौआ तडपता हुआ आकर नीचे गिरा |मैंने देखा वहां ज़मीन पर पांच छः कौए मरे हुए पड़े थे और उनमे से एक व्यक्ति उन्हें पोलीथिन में रख रहा था |पता पडा की पक्षी बहुत शोर करते हैं और गन्दगी भी इसलिए इन्हें मार दिया जाता है |वैसे एक खूबसूरत ‘’बर्ड पार्क’’यहाँ है जो काफी बड़ा और हजारों प्रकार की चिड़ियों से भरा हुआ है |कभी कभी रख रखाव और व्यवस्थाएं भी अचंभित कर देती हैं |लेकिन रिहायशी इलाकों में आने की सज़ा ...सज़ा इ मौत...

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